मधुर वचन तुम बोलि कै सब का लेहु रिझाय,
कटुक वचन ते आपकी इज्जत जाय न साय,
इज्जत जाय न साय वचन कडुवे मत कहना,
सब से राखो प्रेम साथ सब ही की रहना,
कहते जी. डी.सिंह बात सब पूरी करना,
भरौ दलित को अंक बोलि कै मधुरे वचना।
कटुक वचन ते आपकी इज्जत जाय न साय,
इज्जत जाय न साय वचन कडुवे मत कहना,
सब से राखो प्रेम साथ सब ही की रहना,
कहते जी. डी.सिंह बात सब पूरी करना,
भरौ दलित को अंक बोलि कै मधुरे वचना।
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