Monday, March 13, 2017

दया कर दान भक्ति का

दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना
दया करना हमारी आत्मा में शुद्धता देना।

हमारे ध्यान में आओ ,प्रभु आँखों में बस जाओ
अन्धेरे दिल में आकर के ,परम ज्योति जगा देना

दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना
दया करना हमारी आत्मा में शुद्धता देना।

बहा दो प्रेम की गंगा ,दिलो में प्रेम का सागर
हमें आपस में मिलजुलकर, प्रभु रहना सीखा देना।

दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना
दया करना हमारी आत्मा में शुद्धता देना।

हमारा कर्म हो सेवा ,हमारा धर्म हो सेवा
सदा इमान  हो सेवा व सेवक चर बना देना।

दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना
दया करना हमारी आत्मा में शुद्धता देना।

वतन के वास्ते जीना, वतन के वास्ते मरना
वतन पे जान फ़िदा करना ,प्रभु हमको सिखा  देना।

दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना
दया करना हमारी आत्मा में शुद्धता देना। 

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