Friday, March 3, 2017

इतनी शक्ति हमें देना दाता

इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
मन का विश्वास कमजोर हो ना।
हम चले नेक रस्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना। 

दूर अज्ञान के हो अंधेरे ,
तू हमें ज्ञान की रोशनी दे। 
हर बुराई से बचते रहे हम ,
जितनी भी दे भली जिंदगी दे। 
बैर हो ना  किसी का किसी से ,
भावना मन में बदले की हो ना। 

 इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
 मन का विश्वास कमजोर हो ना। 
हम चले नेक रस्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना। 


हम न सोचें हमें क्या मिला है ,
हम ये सोचें  किया क्या है अर्पण। 
फूल खुशियों के बांटे सभी को ,
सब का जीवन ही बन जाए  मधुबन। 
अपनी करुणा का जल तू बहा के ,
कर दे पावन हर एक मन का कोना।

इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
 मन का विश्वास कमजोर हो ना। 
हम चले नेक रस्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना। 

हर तरफ जुल्म है बेबसी है ,
सहमा सहमा सा हर आदमी है। 
पाप का बोझ बढ़ता ही जाए ,
जाने कैसे  ये धरती थमी है। 
बोझ ममता का तू ये उठा ले,
तेरी रचना का ही अंत हो ना। 

इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
 मन का विश्वास कमजोर हो ना।
हम चले नेक रस्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना। 

 हम अंधेरे में है रोशनी दे ,
खो ना दे खुद को ही दुश्मनी से। 
हम सजा पाए अपने किये की ,
मौत भी हो सह ले ख़ुशी से। 
कल जो गुजरा है फिर से न गुजरे ,
आनेवाला वो कल ऐसा हो ना। 

इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
मन का विश्वास कमजोर हो ना।
हम चले नेक रस्ते पे हमसे,
भूलकर भी कोई भूल हो ना। 

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